दिवाली से 2 दिन पहले मैं परिवार के साथ जाकर बाजार से कपड़े लेकर आया, पूरा बाजार लाइटो तथा नई चीजों से जगमगा रहा था, वही आते हुए, मैंने परिवार के साथ एक होटल में खाना खाया ,
यही नहीं हमने 1 दिन पहले घर की पूरी साफ सफाई की तथा कागज की बनी हुई चीजों से घर को सजाया
इस बार की दिवाली का दिन मेरे जीवन की सबसे अच्छे दिवाली लेकर आया, क्योंकि हमने इस बार हमने इको फ्रेंडली दिवाली बनाने का फैसला किया था,
इसके लिए मैं और मेरे स्कूल का दोस्त रोहन मेरे घर आया जहां पर हमने एक पेड़ लगाया, क्योंकि पेड़ ना केवल शुद्ध हवा और गर्मियों में छाँव देते हैं बल्कि वह पक्षियों का घर भी बनते हैं,
इसके बाद दोपहर को हमने पक्षियों को दाना डाला, क्योंकि रात को आतिशबाजी की वजह से पक्षियों को काफी मुसीबत का सामना करना पड़ता है,
इसीलिए इस बार हमने बिना पटाखों की दिवाली बनाने का संकल्प लिया
रात्रि के समय मैंने परिवार के साथ माता लक्ष्मी की पूजा करी और उनसे सभी की अच्छी सेहत और अच्छी भविष्य की दुआ मांगी
इसके बाद हम हमारे मोहल्ले में हो रहे दिवाली के प्रोग्राम में गए जहां पर हमारे पड़ोसियों ने मिलकर एक डीजे नाइट का प्रोग्राम किया हुआ था
वहां सभी ने खूब डांस किया और पूरा मजा आया इस तरह यह दिवाली मेरे लिए बहुत अच्छी गुजरी और इतनी अच्छी दिवाली मनाने पर मुझे घर वालों से शाबाशी मीली
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